3 शिकायते। आज सवाई माधोपुर में 2 जगह नुक्कड़ सभाऐं की थी। इसके बाद कलेक्टर की रात्रि चौपाल मे कुछ यात्री गए थे, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगो की शिकायत निवारण की स्थिति को देखना एवं समझना था।

प्रेस विज्ञप्ति

जवाबदेही यात्रा पहुंची बड़ोती और बाटोदा, मिला लोगों का जन समर्थन
सरकारी कर्मचारियों को जवाबदेह बनाने के लिए कानून की मांग।

बड़ोती, बाटोदा – सवाईमाधोपुर

23 जनवरी 2016

एक मजबूत प्रभावी और जनोपयोगी जवाबदेही कानून बनाने की मांग को लेकर राज्यभर में निकाली जा रही जवाबदेही यात्रा 17 जिलों में होते हुए आज बड़ोती और बाटोदा पंहुची. जहाँ पर लोगों ने उत्सुकता के साथ समर्थन किया।

बड़ोती बस स्टेण्ड के पास नुक्कड़ नाटक और जन सभा आयोजित की गयी। सभा को संबोधित करते हुए अभियान से जुड़े मुकेश गोस्वामी ने कहा कि मोटी मोटी तनख्वाह लेने वाले कर्मचारी अगर अपना काम पूरा नहीं करें तो उनको जिम्मेदार मानते हुए उन पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों, अधिकारीयोंके लिए सरकार ने 7 वेतन आयोग बना दिए परन्तु मजदूरों केलिए आजादी के बाद एक भी मजदूरी आयोग नहीं बनाया है.यहाँ तक कि मजदूरों को सरकार द्वारा तय की गयी न्यूनतममजदूरी भी पूरी नहीं मिलती. उन्होंने साथ में कहा कि किसानजब बाजार में फसल बेचता है तो उसका उत्पीडन होता हैऔर उसे उसकी फसल का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है,मूल्य निर्धारण के लिए कोई आयोग नहीं बनाया है.इसके लिए उन्होंने एक जवाबदेही कानून बना कर लागू किये जाने की मांग उठाई।

यात्रा के साथ चल रहे वरिष्ठ समाजसेवी शंकर सिंह ने सभा में कहा कि आम नागरिक की कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है लोग राशन पेंशन और नरेगा की मजदूरी के लिए दर दर भटक रहे है।इन जरूरतमंद लोगों की सुनवाई हो और उनकी शिकायत पर कार्यवाही हो ।इस हेतु यह 100 दिन की यात्रा निकल रही है जो की सभी 33 जिलों में जायेगी।

यात्रा से जुड़े आदेश भाई ने सभा को संबोधित करते हुए कहाकि राज्य में गरीबों और वंचितों के बच्चे ही सरकारी स्कूल मेंजाते हैं और वहां पर अध्यापक नहीं है और अध्यापक हैं भीतो पढ़ाते नहीं हैं, सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले अध्यापक केबच्चे प्राइवेट स्कूल में जाते हैं क्योंकि वो भी जानते है किसरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती हैं. सरकारी स्कूलों परसर्कार बहुत बड़ा खर्च करती है उसका परिणाम कुछ भी नहींहोता है इसलिए सरकार में काम करने वालों के बच्चे चाहे वहसरकारी कर्मचारी, अधिकारी, जज, या अन्य कोई नौकरशाहक्यों नहीं हों सभी के बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजनाअनिवार्य किया जाये तो सरकारी स्कूलों की व्यवस्था बहुतजल्दी सुधर सकती है.

यात्रा को बड़ोती और बाटोदा के लोगों का में भारी जन समर्थन मिला जहाँ पर लोगों ने नारे लगाकर और हाथ उठाकर सरकारी कर्मचारियों और अधिकारीयों की जवाबदेही सुनिश्चित करने हेतु कानून की मांग की। यहाँ पर हुई दो सभाओं में यात्रा को लगभग 1600 रुपये से अधिक का योगदान मिला और साथ ही दर्जनों लोगों ने इस अभियान से जुड़ने के लिए अपना पंजीकरण कराया।

यात्रा की ओर से गजानंद नामदेव ने बताया गया कि 24 जनवरी को यात्रा कुडगाँव, सपोटरा होते हुए कैलादेवी जाएगी, जहाँ पर यात्रा की ओर से रैली, नुक्कड़ नाटक और सभा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जायेगा साथ ही राजस्थान संपर्क पोर्टल पर उसी समय शिकायतें भी दर्ज की जाएगी.

निखिल डे, शंकर सिंह, आदेश भाई, हरिप्रसाद योगी, मुकेश, कमल, अमित, हरिओम, रजत एवं अन्य यात्रा के साथी

सूचना एवं रोज़गार अधिकार अभियान राजस्थान की ओर से

संपर्क –निखिल डे-94140041809414004180, मुकेश- 468862200, कमल –94134572929413457292, अमित -0987352210409873522104, हरिओम94138317619413831761

( फ़िरोज़ खान )
एच एम् आर सी बारां ।