about-yatraSoochana Evam Rozgaar Adhikar Abhiyan is the force behind the ongoing 100-day ‘Paardarsita Javaabdehi Yatra’ (Transparency & Accountability Journey). The campaign, which started on December 1, 2015, is on a journey to cover 100 blocks in all the 33 districts of Rajasthan, organising three-day activities in every district.

The campaign journey is accompanied by ‘RTI on Wheels”, a mobile RTI clinic from the Gujarat RTI Campaign, and regularly conducts seminars, clinics and workshops on the Right to Information (RTI), Right to Education (RTE) and Right to Hearing Act (RTH). This is followed by camps on RTI application, grievance submission and District Shiksha Sammelans in which ward panches and panchayati raj representatives participate. Together, they hold a one-day review and convention on the use of RTI, RTE and RTH in the state.

It helps document people’s efforts and suggestions addressed to government schools and the larger education system, thereby making the government accountable for its decisions and advocating a sense of transparency in the system. Besides, RTI, RTE and RTH, the Transparency and Accountability Yatra also touches upon several social issues under the government programmes of MGNREGA or for other benefits such as ration pension, health and social security.

सौ दिन के लिए चल रहा ‘पारदर्शिता जवाबदेही यात्रा’ सूचना एवं रोज़गार अधिकार अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया है  इसकी शुरुआत १ दिसम्बर, २०१५ को हुयी   इसका उद्देश्य है राजस्थान के १०० खंड और ३३ जिले में यात्रा करना और हर जिले में तीन दिन का कार्यक्रम आयोजित करना

आर टी आई आन व्हील्स , भी इस यात्रा में भाग ले रहा है आर टी आई आन व्हील्स, सूचना का अधिकार वाहन है जो की गुजरात सूचना का अधिकार अभियान द्वारा शुरू किया गया है यह वाहन जगह जगह जाकर सेमीनार, क्लिनिक्स और  कार्यशालाओं द्वारा लोगों को जानकारी का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और सुनवाई का अधिकार के तरफ़ जागृत करता है  इसके बाद इन जगहों में कैम्पस लगाये जाते हैं जहाँ जानकारी का अधिकार पाने के लिए आवेदन पत्र मिलते हैं और जमा होते हैं; शिकायतों की सुनवाई होती है; और जिला शिक्षा सम्मेलन होता है जिसमे पंचों के साथ साथ पंचायती राज के नुमायिंदे भी भाग लेते हैं

‘पारदर्शिता जवाबदेही यात्रा’ आठ महीनों में होने वाले कार्यक्रमों से सम्बंधित जानकारी इकट्ठा करने में कारगर है दूसरा इसके द्वारा सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत और सरकारी विद्यालयों को मिले सभी सुझावों का डॉक्यूमेंटेशन भी हो रहा है ताकि सरकारी जवाबदेही और पारदर्शिता में इज़ाफ़ा हो सके

इस यात्रा का उद्देश्य शिक्षा और अन्य सामाजिक मुद्दों पर लोगों के विचार और प्रस्तावों को सम्मिलित कर उन्हें मार्च, २०१६, में होने वाला राज्य सम्मलेन के दौरान मसौदा प्रस्ताव के रूप में प्रस्तुत करना है

जानकारी का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और सुनवाई का अधिकार, पारदर्शिता जवाबदेही यात्रा, सरकारी योजनायें जैसे मनरेगा या राशन, पेंशन, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा जैसे उचित सामाजिक मुद्दों से जुड़ी योजनाओं पर भी रौशनी डालने में कुशल है