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दिनांक: 5.02.2016

जवाबदेही यात्रा पर हमला करने वाला

एम.एल.ऐ. कुंवर लाल मीणा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर

5 फरवरी, 2016 को अम्बेडकर सर्किल, जयपुर मे प्रदर्शन को लेकर

प्रेस विज्ञप्ति

मनोहर थाना विधायक पर 20 से भी ज्यादा संगीन मामलो का खुलासा

आदतन अपराधी व हिस्ट्रीशीटर बनाने की मांग व

पासा कानून में गिरफ्तारी की मांग

केन्द्रिय चुनाव आयोग के 2013 में दिया गया शपथ पत्र में

अपराधिक मामले छुपाये।

न्यायालय में चुनौती दी जायेगी।

आज एम.एल.ए. कुंवर लाल मीणा (मनोहर थाना झालावाड जिला) की गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन सामाजिक कार्यकर्ता अरूणा रॉय के नेतृत्व में किया गया। ज्ञात हो कि 16 जनवरी, 2016 को 100 दिन की जवाबदेही यात्रा पर बेवजह अकलेरा कस्बे में हमला किया, जिससे अनेको कार्यकर्ता गम्भीर रूप से घायल हुये। एफ.आई.आर. 15/2016 धारा 147/323/437/379/149 में दर्ज होने के बावजूद व जांच सी.आई.डी.सी.बी. में पिछले 10 दिन से आ जाने के बावजूद, व अनेको घायल लोगों द्वारा बयान दे देने पर भी आज दिन तक कुंवर लाल मीणा को गिरफ्तार नहीं किया गया। सभी नागरिकों की एक ही मांग थी कि तत्काल गिरफ्तारी हो।

राज्यभर में लोगों में भी बहुत रोश था और इसलिए आज करीब 200 सामाजिक कार्यकर्ता इकट्ठे हुये और उन्होंनें विधायक कुंवरल लाल मीणा की जवाबदेही के बारे में मांग की। प्रदर्शन में हैरानी वाले तथ्ये प्रस्तुत किये गये। राजस्थान उच्चतम न्यायायलय के वकिल प्रेमकृष्ण शर्मा ने विधायक के.एल. मीणा पर दर्ज आर.टी.आई. से प्राप्त सूचना जिसके तहत मालूम पड़ा कि विधायक कुंवर लाल मीणा के 20 मामले दर्ज है। जिसमें 7 मामलों में चालान हुआ। इनमें से एक मामला जिसमें बलवा व्यक्तियों का गैर काूननी जमाव, आम रास्ते को रोकना, सम्पति को नुकसान पहुंचाना, आदि की धाराऐं लगाई थी। विधायक महोदय को सिर्फ हजार रूपये का जुर्माना दर्ज हुआ।

अपराधी कुंवर लाल मीणा, विधायक के मामलो का विश्लेषण

लगभग 20 मामले में 20 धाराऐं जो लगातार लगी वे है धारा 142, 146, 148, 353, 452, 379, 283, 295, 384, 332, 153, 153ए, 436, 467, 468, 471, 420, 395 व सार्वजनिक को नष्ट करना। स्पष्ट है कि बहुत गंभीर अपराध जैसे धर्माे के बीच वैमष्यता, आगजनी, धार्मिक स्थल को नष्ट करना, जालसांझी, वसूली, धोखाधडी, डकेती सहित इस तरह के मामले है जहां ट्रेक्टर व मोटर साईकिल को जलाया है। मस्जिद में कुरान जलाई व नष्ट किया है, घर में अवैध घुसना, इन गंभीर मसलों में कंवरलाल मीणा का नाम हटा दिया है जबकि उन्होंने ही बलवा, आगजनी इत्यादि में भीड को नेतृत्व दिया। इस तरह 9 मामलों में नाम हटा दिये है और एक मामला लम्बित है, क्योंकि अभियोजना की स्वीकृती नहीं दी गई है। कुछ माललों में न्यायालय में विचारण चल रहा है वह चार मामले है। जिनमे से एक 2003 में, 2005, 2011 व 2012 में दर्ज हुये है। यह स्पष्ट है कि कुंवर लाल मीणा साम्प्रदायिक दंगों का नेतृत्व देते रहे है। लेकिन अनेको जगह उनका नाम हटा दिया है जब कि वों ही उस अपराध के प्रेरणा स्त्रोत थे।

वरिष्ठ वकिल प्रेमकृष्ण शर्मा का मानना था कि कुंवर लाल मीणा को हिस्ट्रीशीटर व आतन अपराधी घोषित करना चाहिए व पाशा कानून में बन्द कर देना चाहिए।

विधायक कुंवर लाल मीणा द्वारा गलत शपथ पत्र चुनाव आयोग को देना।

कुंवर लाला मीणा ने 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मनोहर थाना विधानसभा क्षेत्र में जो शपथ पत्र भरा उसमें अगर आर.टी.आई. से निकली सुचना का मिलान किया जाये तो भारी खामिया नजर आई जो चार मसले उन्होंने नहीं जोडे वे शपथ पत्र। यह विश्लेषण सलंग्न है जो एसोशियसन ऑफ डेमोक्रेटीक रिफॉर्म के जगदीश चोखर ने भेजे।

कुल मिलाकर स्पष्ट है कि केन्द्रीय चुनाव आयोग में इनके विधायक के शपथ पत्र की चुनौती दी जायेगी साथ ही न्यायालय में चुनौती दी जायेगी।

प्रदर्शन में एम.के.एस.एस. की अरूणा रॉय, निखिल डे, श्ंाकर सिंह, आस्था से श्याम, जयपुर के महिला संगठनों से पवन सुराणा, निशा सिद्धू, सुमित्रा चौपडा, पी.यू.सी.एल. से कविता श्रीवास्तव, कपिल सिंह सांखला, आजाद फाण्डेशन से हरी, एच.आर.एन.एल. से तारा व अन्य जन संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

इसी से समाप्त हुआ कि अगर कुंवर लाल मीणा की गिरफ्तारी नहीं होगी तो राज्यभर में आंदोलन चलेगा।

भवदीय

अरूणा रॉय, निखिल डे, कविता श्रीवास्तव, आर.डी. व्यास, मुकेश गोस्वामी, शंकर सिंह, हरिओंम सोनी